What to keep in mind while taking a personal loan

पर्सनल लोन लेते समय किन बातो को ध्यान मे रक्खे
पर्सनल लोन- अपनी हर जरूरत के लिए धन पाइए
पवैकेशन पर जाने, बेहतरीन विवाह, घर के नवीनीकरण या अपने चहेते गैजेट का सपना देख रहे हैं तो अब आपको अपने सपने साकार करने के लिए अधिक इंतजार करने की कोई जरूरत नहीं है. जीवन को परिपूर्ण बनाइए BLPCII पर्सनल लोन्स के साथ.

BLPCII(BIGGEST LOAN PROVIDER COMPANY IN INDIA)पर्सनल लोन्स का परिचय
बहुउद्देशीय लोन
ब्याज की निश्चित दर, ब्याज मासिक घटते आधार पर लिया जाता है
लौचिक अवधि 60 महीने तक
लोन आसान किस्तों में देय
चुकौती ऑटो-डेबिट/ ईसीएस/ पीडीसी के जरिए
BLPCII(BIGGEST LOAN PROVIDER COMPANY IN INDIA) पर्सनल लोन्स का अंतिम उपयोग घर का नवीनीकरण, हॉलिडेज, कंज्यमूर ड्यूरेबल्स खरीदने, उपकरण की खरीद के लिए अल्पकालिक लोन, शिक्षा, विवाह, अल्पकालिक कार्यशील पूँजी, कोई अन्य निजी आपात्कालीन जरूरत के लिए किया जा सकता है.
सुविधाजनक और तेज: BLPCII(Biggest Loan Provider Company in India)पर्सनल लोन्स के लाभ
न्यूनतम कागजी कार्रवाई के साथ बिना किसी सिक्योरिटी या गारंटर के लोन पाइए. दस्तावेज जमा करने के 72* घंटे के अंदर लोन का वितरण.
संपूर्ण लोन अवधि के दौरान ब्याज दर अपरिवर्तित रहती है.
सरल कागजी कार्रवाई-इसे न्यूनतम कागजी कार्रवाई और दस्तावेजों के साथ पाया जा सकता है और इसमें अधिक समय नहीं लगता.
शीघ्र प्रक्रिया
फंड ट्रांसफर (एफटी) के जरिए लोन राशि की डायरेक्ट क्रेडिट
ईसीएस, एडी या पीडीसीके सरल चुकौती विकल्प. आप अपनी पसंद के अनुसार अवधि का चयन भी कर सकते हैं और अवधि न्यूनतम 12 महीनों से शुरू होकर अधिकतम 60 महीनों तक होती है.
BLPCII(Biggest Loan Provider Company in India) वैवाहिक ऋण
भारत मे विवाह के मौके खूब सोच विचार को प्रेरित करने वाले मौके होते हैं. योजना बनाने में खूब मेहनत होती है-कई महीने पहले से होटल की बुकिंग करना, विभिन्न मौकों के लिए ज्वेलरी की शॉपिंग, विवाह का निमंत्रण पत्र, कैटरर का फैसला करना और ऐसी ही अनेक बातें.
BLPCII(Biggest Loan Provider Company in India) सावधानी के साथ चुनें बैंक
भारत मे एनबीएफसी और बैंक अपने ग्राहकों को इन दिनों जमकर पर्सनल लोन की पेशकश कर रहे हैं. ज्यादातर दावा करते हैं कि ये कर्ज बहुत कम दरों पर दिए जा रहे हैं. ईमेल या SMS के माध्यम से भी ग्राहकों को इनकी पेशकश की जाती है.
आप पहले ही ऑफर को भुना लेने की भूल न करें. वैसे, अपने ही बैंक से जिस बैंक में आपका खाता हे लोन लेना आसान होता है. लेकिन, इससे आप और बेहतर डील का मौका गंवा देते हैं. ‘हां’ करने से पहले अच्छी तरह से रिसर्च कर लें. देख लें कि सबसे कम ब्याज दर पर कहां पर्सनल लोन उपलब्ध है BLPCII(Biggest Loan Provider Company in India) ब्याज दर की गणना करें आप जानते हैं आंकड़ों की बाजीगरी करने में बैंकों को महारत होती है. और ग्राहकों को लुभाने के लिए बैंक दुवारा अक्सर फ्लैट रेट की पेशकश की जाती है. इसमें काफी पेंच होते हैं.यही कारण है कि आपकी हर एक EMI के साथ पर्सनल लोन की बची हुई रकम में कटौती को ध्यान में नहीं रखा जाता है.
BLPCII(Biggest Loan Provider Company in India) आप इसे भी पढ़ें: पर्सनल लोन लेते वक्त किन बातों का रखें ध्यान?
BLPCII(Biggest Loan Provider Company in India) आप जीरो फीसदी EMI स्कीम के झांसे में न आएं
आप के लिए शून्य फीसदी EMI स्कीम बहुत चालाकी से बनाया जाता है. इसकी पेशकश बैंक कंज्यूमर ड्यूरेबल और लाइफस्टाइल प्रोडक्ट्स के डिस्ट्रीब्यूटरों के साथ मिलकर करते हैं. रिजर्व बैंक ने पर्सनल लोन की ऐसी योजनाओं पर शिकंजा कसा है. और यह और बात है कि कुछ बैंक इन्हें अब भी ऑफर कर रहे हैं. वे खरीदार को ब्याज मुक्त लोन की पेशकश करते हैं. शून्य फीसदी EMI स्कीम लोन में अक्सर प्रोसेसिंग फीस और फाइल चार्ज बहुत ज्यादा होते हैं. लोग इस बात को महसूस किए बिना शून्य फीसदी EMI स्कीम लोन के चक्कर में फंस जाते हैं.जान लीजिये अगर आप 2000 रुपये की प्रोसेसिंग फीस देकर छह महीने के लिए 0 फीसदी ब्याज पर 50 हजार रुपये का वॉशिंग मशीन खरीद रहे हैं तो आप ली गई रकम पर 14 फीसदी ब्याज अदा कर रहे हैं.
उदाहरण के लिए अगर आप पर्सनल लोन तीन साल के लिए 10 लाख रुपये 12 फीसदी पर उधार लेते हैं, तो कुल ब्याज 1,95,715 रुपये बैठता है. इस तरह प्रति वर्ष औसत ब्याज 65,238 रुपये आता है. इसलिए फ्लैट दर करीब 6.5 फीसदी आती है.
इससे लोन काफी लुभावना दिखाई देता है. ध्यान रखें कि अगर आप EMI के साथ लोन चुका रहे हैं, तो घटती रकम के साथ ब्याज की गणना होनी चाहिए. फ्लैट रेट आपको लोन की वास्तविक कीमत के बारे में नहीं बताता है.
BLPCII(Biggest Loan Provider Company in India) जी हाँ आप समय से पहले लोन को बंद करा सकते हैं।
होम लोन के मामले में अगर आप समय से पहले लोन अदा कर देते हैं तो कोई चार्ज नहीं पड़ता है. समय से पहले लोन को बंद करने को फोरक्लोजर कहते हैं. हालांकि, कुछ बैंक NBFC फोरक्लोजर पर अब भी प्रीपेमेंट पेनाल्टी लगती है. इस पहलू को देख लेना चाहिए. BLPCII(Biggest Loan Provider Company in India) किसी भी बैंक के दर कम नहीं करने पर भी आप घटा सकते हैं अपनी EMI, जानें कैसे
भारत मे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) इस साल अब तक बेंचमार्क दर में लगातार कई बार कटौती कर चुका है. इसने बैंकों के लिए अपनी ब्याज दरों को कम करने का रास्ता खोल दिया है. हालांकि, बैंकों ने RBI की तर्ज पर अपनी ब्याज दरों को नहीं घटाया है. जहां केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट में आधा फीसदी की कटौती की है. वहीं, बैंकों ने अपनी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) को केवल 0.05 से 0.10 फीसदी घटाया है .किया आप जानते हैं बैंक ग्राहकों तक रेपो रेट में कटौती का फायदा क्यों नहीं पहुंचा रहे हैं इसके कई कारण हैं. इंडियन मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर डीएस पाणिग्रही कहते हैं, “बैंकों के फंडों की लागत रेपो रेट से नहीं जुड़ी है. बैंक रेपो सुविधा का इस्तेमाल केवल नकदी की किल्लत में करते हैं. इस तरह रेपो रेट में कमी से उनके फंडों की लागत नहीं घटती है. और करेंट और सेविंग अकाउंट पर ब्याज दरें कमोबेश यथावत हैं. बड़े रिटेल बैंक के डिपॉजिट में इनका हिस्सा करीब 35 -45 फीसदी होता है.
